IOB Q2 Results : सरकारी बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (Q2 FY2025-26) में बैंक ने शानदार प्रदर्शन किया है। IOB Q2 Results के अनुसार, बैंक का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 58% बढ़कर ₹1,226 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹777 करोड़ था।
नतीजों के बाद गुरुवार 16 अक्टूबर को बैंक के शेयरों में हल्की तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान शेयर 1% चढ़कर ₹41 के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, सालाना आधार पर अब भी यह स्टॉक लगभग 22% नीचे है, जबकि पिछले एक महीने में इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है।
IOB Q2 Results
IOB Q2 Results के अनुसार, बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 21% बढ़कर ₹3,059 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल यह ₹2,537 करोड़ था। बैंक ने बताया कि बेहतर ब्याज आय, कम प्रोविजनिंग और सुधरी एसेट क्वालिटी ने इस तिमाही में मुनाफे को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
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IOB Q2 Results Performance
IOB की एसेट क्वालिटी में लगातार सुधार हो रहा है। बैंक का ग्रॉस NPA घटकर 1.83% पर आ गया, जो जून तिमाही में 1.97% था। वहीं, नेट NPA भी घटकर 0.28% रह गया, जो पिछली तिमाही में 0.32% था।
रुपये के हिसाब से देखें तो बैंक का ग्रॉस NPA ₹5,178 करोड़ से घटकर ₹5,078 करोड़ और नेट NPA ₹816 करोड़ से घटकर ₹776 करोड़ हो गया है। इससे स्पष्ट है कि बैंक ने अपने खराब कर्जों पर प्रभावी नियंत्रण किया है।
IOB Q2 Results Profit
सितंबर तिमाही में बैंक का कुल प्रोविजन ₹672 करोड़ रहा, जो जून तिमाही के ₹844 करोड़ से कम है। वहीं, NPA के लिए अलग से किया गया प्रोविजन ₹179 करोड़ से घटकर ₹121.5 करोड़ रह गया। कम प्रोविजनिंग ने बैंक के नेट प्रॉफिट को सीधे तौर पर बढ़ाने में मदद की है।
IOB Share Price History
IOB के शेयरों में हल्की तेजी की एक वजह यह भी रही कि सरकार द्वारा छोटे सरकारी बैंकों के विलय की योजना पर काम करने की खबरें सामने आई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र का विलय PNB, बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) जैसे बड़े बैंकों के साथ किया जा सकता है। यदि यह प्रस्ताव आगे बढ़ता है, तो इंडियन ओवरसीज बैंक जैसे छोटे बैंकों के लिए यह एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
IOB Share Price Investment Plan
- मजबूत मुनाफा: IOB ने Q2 में 58% की शानदार ग्रोथ दिखाई है।
- सुधरी एसेट क्वालिटी: NPA में लगातार कमी से बैंक की फाइनेंशियल स्थिति बेहतर हुई है।
- कम प्रोविजनिंग: लागत घटने से बैंक की लाभप्रदता बढ़ी है।
- विलय की संभावनाएं: भविष्य में बड़े बैंकिंग ग्रुप का हिस्सा बनने से IOB की ग्रोथ क्षमता और बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
IOB Q2 Results यह दर्शाते हैं कि बैंक मजबूत पुनरुद्धार के https://www.iob.in/रास्ते पर है। घटते एनपीए, बेहतर ब्याज आय और बढ़ते मुनाफे के चलते इंडियन ओवरसीज बैंक निवेशकों के लिए लंबी अवधि में आकर्षक अवसर पेश कर सकता है।



